Wednesday, May 30, 2018

मुलाकात

तुम और मैं.... 

अरे हाँ, मैं और तुम,
चलो आज एक सौदा करते हैं,
अजनबी के जैसे फिर से मिलते हैं,
क्या पता, 


कहानी का रुख बदल जाए 
शायद वो मुलाकात वाला मोड़ ही ना आए, 
और हम,


एक-दुजे से अनजाने ही रह जाए,
तो चलो, 


नयी शुरूआत करते हैं 
अजनबी के जैसे फिर से मिलते हैं।

3 comments:

  1. वाह यार
    और शब्द नही मिल रहे तारीफ के लिए
    क्या गजब लिखते हो यार...
    सेल्युट इन सब के लिए...

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