तुम और मैं....
अरे हाँ, मैं और तुम,
चलो आज एक सौदा करते हैं,
अजनबी के जैसे फिर से मिलते हैं,
क्या पता,
कहानी का रुख बदल जाए
शायद वो मुलाकात वाला मोड़ ही ना आए,
और हम,
एक-दुजे से अनजाने ही रह जाए,
तो चलो,
नयी शुरूआत करते हैं
अजनबी के जैसे फिर से मिलते हैं।